उड़ते हैं,दूर जाते हैं फिर लौट आते हैं घोंसलों में
इन परिंदों का अपना कभी ये आस्मां नहीं होता
हमारे और तुम्हारे बीच में एक दर्द का रिश्ता है
जो दिल में दर्द न होता तो कोई रिश्ता नहीं होता
हम शुक्रमंद हैं हमेशा अपनी सारी गलतियों के
जो वे गलतियाँ न होतीं तो ये तजुर्बा नहीं होता
हमें मिल न सको तब भी जरा मिलते-जुलते रहो
कभी-कभी यूँ मिल लेने से कोई घाटा नहीं होता
दो छोर को मिलने के लिए एक रास्ता जरूरी है
लोग मिलते नहीं जब तक कोई जरिया नहीं होता।